सदस्यता के नियम
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सदस्यता के लिए पात्रता:
- सदस्य की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
- सदस्य को सनातन धर्म में आस्था और इसके सिद्धांतों के प्रति सम्मान
होना
चाहिए।
- सदस्य को संगठन के उद्देश्यों में सक्रिय भागीदारी की भावना होनी
चाहिए।
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सदस्य के कर्तव्य:
- ग्रुप की गतिविधियों में समय-समय पर सक्रिय रूप से भाग लेना।
- संगठन के नैतिक और अनुशासनात्मक नियमों का पालन करना।
- संगठन की गोपनीयता बनाए रखना और किसी भी जानकारी को बाहरी व्यक्ति से
साझा
न
करना।
- सहयोग के रूप में वार्षिक अंशदान या स्वैच्छिक सेवा प्रदान करना।
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सदस्यता का प्रकार:
- सामान्य सदस्य: जो नियमित रूप से सहभागिता करते हैं।
- कार्यकारिणी सदस्य: जिन्हें विशेष जिम्मेदारियाँ दी
जाती
हैं।
- मानद सदस्य: जिन्हें उनके विशिष्ट योगदान या अनुभव के
आधार पर
शामिल किया जाता है।
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सदस्यता समाप्ति के आधार:
- संगठन के सिद्धांतों या मर्यादा का उल्लंघन।
- लगातार 6 माह तक संगठन की गतिविधियों में भाग न लेना।
- संगठन या धर्म की छवि को नुकसान पहुँचाने वाला व्यवहार।
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विशेष निर्देश:
- सदस्यता एक सम्मान है, न कि अधिकार।
- संगठन किसी भी समय सदस्यता की समीक्षा और आवश्यक निर्णय लेने का अधिकार
सुरक्षित रखता है।
नोट: संगठन से निष्कासित सदस्य को पुनः शामिल करने हेतु विशेष
अनुमति
आवश्यक होगा।