(A) राष्ट्रीय स्तर पर मुख्यालय
मुख्यालय एक प्रमुख धार्मिक नगर (जैसे वाराणसी, प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन) में होगा।
इसमें निम्नलिखित विभाग होंगे:
21. प्रशासनिक विभाग
22. वित्त विभाग
23. शिक्षा एवं शोध विभाग
24. मीडिया एवं संचार विभाग
25. पर्यावरण एवं सामाजिक सेवा विभाग
(B) राज्य स्तर पर कार्यालय
प्रत्येक राज्य की राजधानी में एक कार्यालय होगा।
राज्य स्तर पर सभी गतिविधियों का संचालन किया जाएगा।
(C) जिला स्तर पर कार्यालय
प्रत्येक जिले में एक छोटा कार्यालय होगा।
यह कार्यालय स्थानीय मंदिरों, गुरुकुलों एवं धार्मिक संस्थानों से समन्वय करेगा।
(D) अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्यालय
विभिन्न देशों में भारतीय मूल के सनातनी लोगों को धर्म और संस्कृति से जोड़ने के लिए स्थापित किया जाएगा।
26. सनातन बोर्ड के प्रमुख कार्य एवं गतिविधियाँ
(A) धार्मिक एवं सांस्कृतिक संरक्षण
27. मंदिरों एवं आश्रमों का संरक्षण – जीर्ण-शीर्ण मंदिरों एवं आश्रमों के पुनर्निर्माण, प्रबंधन एवं सुरक्षा हेतु कार्य।
28. संस्कृति एवं परंपराओं का प्रचार – सनातन संस्कृति, वेद, उपनिषद, पुराण, भगवद गीता आदि का अध्ययन एवं प्रचार।
29. त्योहारों एवं धार्मिक आयोजनों का आयोजन – सनातनी त्योहारों, कुंभ मेलों, कथा एवं प्रवचनों का आयोजन।
30. सनातन विवाह एवं परिवार परामर्श केंद्र – सनातन परंपरा के अनुसार विवाह और पारिवारिक जीवन को बढ़ावा देना।
(B) शिक्षा एवं शोध कार्य
31. गुरुकुलों की स्थापना – वैदिक शिक्षा, धर्मशास्त्र, योग एवं आयुर्वेद की पढ़ाई हेतु।
32. सनातन पाठशालाएँ एवं संस्कृत विद्यालय – वेद, उपनिषद, संस्कृत एवं भारतीय ज्ञान परंपरा की शिक्षा।
33. ऑनलाइन पाठ्यक्रम एवं डिजिटल लाइब्रेरी – आधुनिक तकनीक के माध्यम से धार्मिक शिक्षा का प्रचार।
34. शोध संस्थान – धर्म, विज्ञान, योग एवं अध्यात्म से जुड़े विषयों पर शोध को बढ़ावा देना।
(C) सामाजिक सेवा एवं कल्याणकारी कार्य
35. गौशालाओं की स्थापना एवं प्रबंधन – गोवंश संरक्षण एवं गौ आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना।
36. अनाथालय एवं वृद्धाश्रम – जरूरतमंदों के लिए सेवा केंद्रों की स्थापना।
37. नशा मुक्ति एवं सदाचार अभियान – समाज में नैतिक मूल्यों को पुनर्स्थापित करने हेतु।
38. गरीबों के लिए अन्न क्षेत्र – मुफ्त भोजन सेवा एवं जरूरतमंदों की सहायता।
(D) चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा
39. आयुर्वेदिक चिकित्सालय एवं औषधि केंद्र – प्राकृतिक चिकित्सा एवं पंचकर्म चिकित्सा केंद्रों की स्थापना।
40. योग एवं ध्यान केंद्र – मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य के लिए।
41. निःशुल्क चिकित्सा शिविर – ग्रामीण एवं वंचित समुदायों के लिए।
(E) पर्यावरण संरक्षण एवं प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन
42. वृक्षारोपण एवं पर्यावरण संरक्षण अभियान।
43. नदियों एवं जलस्रोतों की सफाई एवं संरक्षण।
44. जैविक कृषि एवं पर्यावरण अनुकूल खेती को बढ़ावा देना।
(F) आर्थिक सशक्तिकरण एवं रोजगार
45. गौ-आधारित उत्पादों को बढ़ावा देना – जैविक खाद, गोमूत्र, पंचगव्य उत्पाद आदि।
46. हस्तशिल्प, कुटीर उद्योग एवं स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देना।
47. सनातन अर्थव्यवस्था की स्थापना – मंदिर-आधारित रोजगार एवं स्वावलंबन।
48. सनातन बोर्ड की चल एवं अचल संपत्तियों का प्रबंधन
(A) चल संपत्तियाँ (Movable Assets)
सनातन बोर्ड के पास चल संपत्तियों का प्रबंधन पारदर्शिता और कुशलता के साथ किया जाएगा। इसमें शामिल होंगे:
49. धनराशि (Cash & Bank Balance) – सनातन बोर्ड के विभिन्न खातों में जमा पूंजी।
50. वाहन (Vehicles) – धर्मप्रचार, समाजसेवा एवं आपातकालीन सेवाओं के लिए।
51. धार्मिक ग्रंथ एवं शैक्षिक सामग्री – पुस्तकों, डिजिटल सामग्री, ऑनलाइन पाठ्यक्रमों की संपत्ति।
52. धार्मिक व आध्यात्मिक उपकरण – यज्ञ सामग्री, पूजन सामग्री, कीर्तन उपकरण आदि।
53. सोना, चांदी एवं आभूषण – दान में प्राप्त की गई कीमती धातुएँ, जिनका प्रयोग धार्मिक उद्देश्यों के लिए होगा।
54. धार्मिक एवं सांस्कृतिक निधियाँ – विशेष आयोजनों से प्राप्त दान।
(B) अचल संपत्तियाँ (Immovable Assets)
सनातन बोर्ड की अचल संपत्तियाँ निम्नलिखित प्रकार की होंगी:
55. मंदिर एवं आश्रम – सनातन बोर्ड द्वारा संचालित एवं प्रबंधित धार्मिक स्थल।
56. गुरुकुल एवं शिक्षण संस्थान – धार्मिक एवं आधुनिक शिक्षा के केंद्र।
57. गौशालाएँ एवं कृषि भूमि – गोसेवा एवं जैविक कृषि के लिए प्रयुक्त भूमि।
58. अस्पताल एवं आयुर्वेद केंद्र – सनातन परंपरा पर आधारित चिकित्सा सेवा केंद्र।
59. धार्मिक पर्यटन केंद्र – तीर्थ यात्राओं एवं सांस्कृतिक पर्यटन के लिए प्रबंधित स्थल।
(C) संपत्तियों की खरीद और बिक्री की प्रक्रिया
60. संपत्तियों की खरीद
सनातन बोर्ड की आवश्यकताओं के अनुसार संपत्ति खरीदी जाएगी।
कोई भी नई संपत्ति खरीदने के लिए न्यासी मंडल की स्वीकृति अनिवार्य होगी।
खरीद प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ की जाएगी और इसका रजिस्ट्रेशन सनातन बोर्ड के नाम पर होगा।
61. संपत्तियों की बिक्री सनातन बोर्ड की अचल संपत्तियाँ केवल आपातकालीन स्थिति में बेची जा सकती हैं।
न्यासी मंडल एवं राष्ट्रीय संरक्षक मंडल की अनुमति आवश्यक होगी।
यदि कोई संपत्ति बेची जाती है, तो उससे प्राप्त धनराशि केवल सनातन बोर्ड के उद्देश्यों के लिए ही उपयोग होगी।
62. लीज (Lease) एवं किराये पर देना सनातन बोर्ड अपनी संपत्तियों को लीज पर दे सकता है, बशर्ते कि उसका उपयोग धार्मिक, शैक्षिक या समाजसेवी कार्यों के लिए किया जाए।
संपत्तियों का उपयोग किसी भी व्यावसायिक, राजनीतिक या अनैतिक उद्देश्य के लिए नहीं किया जाएगा।
63. विरासत में प्राप्त संपत्तियाँ यदि कोई व्यक्ति सनातन बोर्ड को अपनी संपत्ति दान करता है, तो उसे सनातन बोर्ड की आधिकारिक संपत्ति माना जाएगा।